Description
वेद (Vedas) हिंदू धर्म के प्राचीनतम और महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ हैं। इन्हें संस्कृत में “वेद” शब्द से जाना जाता है, जिसका अर्थ होता है “ज्ञान” या “ज्ञान की पुस्तकें”। वेदों में ब्रह्म (परमात्मा) की महिमा, धर्म, रिति-रिवाज, उपासना के विधान, मंत्र, यज्ञ, और आत्मा के विशेष विवेचन शामिल हैं।
**प्रमुख वेद:**
1. **रिग्वेद (Rigveda)**: यह सबसे पुराना वेद है और इसमें मुख्य रूप से मंत्रों का संग्रह है। इसमें देवताओं की स्तुति, यज्ञों के विधान, और जीवन के उद्देश्य के विषय में बताया गया है।
2. **यजुर्वेद (Yajurveda)**: इस वेद में यज्ञों के मंत्र, रचनाएँ और विधान संबंधित ज्ञान दिया गया है। यह वेद वैदिक यज्ञों के लिए महत्वपूर्ण है।
3. **सामवेद (Samaveda)**: इसमें गानों का संग्रह है, जिन्हें स्वर (साम) के साथ गाया जाता है। यह वेद रचनात्मक संगीत और उपासना में विशेष रुप से महत्वपूर्ण है।
4. **अथर्ववेद (Atharvaveda)**: इसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं, चिकित्सा, विज्ञान, और तंत्र-मंत्रों का वर्णन है। यह वेद व्यापार, रोग-निवारण, और सामाजिक विज्ञान में उपयुक्त ज्ञान प्रदान करता है।
**वेदों की संरचना:**
हर वेद की संरचना दो भागों में होती है:
– **संहिता (Samhita)**: इसमें मुख्य रूप से मंत्रों का संग्रह होता है।
– **ब्राह्मण (Brahmana)**: इसमें वेद के अंदर उल्लिखित यज्ञों और उनकी विधियों का विस्तारपूर्ण वर्णन होता है।
वेदों को पवित्र और अमर माना जाता है और इन्हें श्रुति (श्रवण से प्राप्त ज्ञान) का प्रमुख स्तम्भ माना जाता है। ये ग्रंथ समाज, धर्म, और आध्यात्मिक जीवन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
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