Sale!

Kurm puran (कूर्म पुराण) Code 1131

Original price was: ₹350.00.Current price is: ₹295.00.

गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तक कूर्म पुराण हिंदी संस्कृत बढ़िया जिल्द घर बैठे मात्र 170/- में मंगवाइये प्री पेड़ आर्डर पर 5% कैशबैक पाइये
महापुराणों की सूची में पंद्रहवें पुराण के रूप में परिगणित कूर्मपुराण का विशेष महत्त्व है। सर्वप्रथम भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार धारण करके इस पुराण को राजा इन्द्रद्युम्न को सुनाया था, पुनः भगवान कूर्म ने उसी कथानक को समुद्र-मन्थन के समय इन्द्रादि देवताओं तथा नारद आदि ऋषिगणों से कहा। तीसरी बार नैमिषारण्य के द्वादशवर्षीय महासत्र के अवसर पर रोमहर्षण सूत के द्वारा इस पवित्र पुराण को सुनने का सैभाग्य अट्ठासी हजार ऋषियों को प्राप्त हुआ। भगवान कूर्म द्वारा कथित होने के कारण ही इस पुराण का नाम कूर्म पुराण विख्यात हुआ। सत्रह श्लोकों का यह पुराण विष्णु जी ने कूर्म अवतार से राजा इन्द्रद्युम्न को दिया था। इसमें विष्णु और शिव की अभिन्नता कही गयी है। पार्वती के आठ सहस्र नाम भी कहे गये हैं। काशी व प्रयाग क्षेत्र का महात्म्य, ईश्वर गीता, व्यास गीता आदि भी इसमें समाविष्ट हैं। यद्यपि कूर्म पुराण एक वैष्णव प्रधान पुराण है, तथापि इसमें शैव तथा शाक्त मत की भी विस्तृत चर्चा की गई है। इस पुराण में पुराणों में पांचों प्रमुख लक्षणों-सर्ग, प्रतिसर्ग, वंश, मन्वंतर एवं वंशानुचरित का क्रमबद्ध तथा विस्तृत विवेचन किया गया है।

Add To Wishlist Compare

Additional information

Weight 1.5 g
Dimensions 27 × 21 × 3 cm

You may also like…

Welcome To our Website Geetapress Book Store By Sanskar Gallery™. Sole Purpose of this Website is to Provide Gita Press Gorakhpur Books & the Most Authentic Books On Genuine Rates with Minimum Shipping Charges (All Prices shown Here Are Included With Shipping & Packing) . Call Us Or Whatsapp Us if You want Bulk Discount Dismiss

Cart
Shrimad Devi Bhagwat 2 Bhag code 1897,1898 Gita PressShrimad Devi Bhagwat 2 Bhag code 1897,1898 Gita Press
759.00
×

Add to cart

message us
Scan the code
Geetapress.in
राम राम जी !
किसी भी सहायता के लिए Whatsapp से संपर्क करे